Parliament Session: इससे पहले 4 फरवरी, 2025 को नित्यानंद राय ने लोकसभा को बताया था कि सीमा की सुरक्षा के लिए बाड़ लगाना एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है.
India Bangladesh Border Safety: केंद्र सरकार ने मंगलवार (11 फरवरी, 2025) को लोकसभा में बताया कि भारत-बांग्लादेश की कुल 4,096.7 किमी. की सीमा में से 864.5 किमी. पर अभी बाड़ नहीं लग पाई है. इसमें 174.15 किमी. का इलाका खाई वाला है. ये जानकारी तृणमूल कांग्रेस के सांसद दीपक अधिकारी के सवाल के लिखित जवाब में दी गई.
दरअसल, पश्चिम बंगाल के सांसद ने गृह मंत्रालय से बांग्लादेश के साथ सीमा से जुड़ी कुल जमीन का ब्यौरा, बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करने वाले राज्यों का ब्यौरा, बांग्लादेश के साथ सीमा की कुल लंबाई का ब्यौरा और बांग्लादेश के साथ सीमा पर बाड़ न लगाने के कारणों के बारे में पूछा था.
नित्यानंद राय ने क्या दिया जवाब?
इन सवालों के जवाब में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने सदन में कहा, “भारत-बांग्लादेश सीमा की कुल लंबाई 4,096.7 किलोमीटर है.” उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करने वाले राज्य पश्चिम बंगाल (2,216.7 किलोमीटर), असम (263 किलोमीटर), मेघालय (443 किलोमीटर), त्रिपुरा (856 किलोमीटर) और मिजोरम (318 किलोमीटर) हैं.
क्यों नहीं हो पाया बाड़ लगाने का काम?
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “भारत-बांग्लादेश सीमा की 864.5 किलोमीटर पर अभी भी बाड़ लगाई जानी है, जिसमें 174.5 किलोमीटर की खाई वाला इलाका भी शामिल है.” अधूरी बाड़ लगाने के बारे में उन्होंने कहा, “बांग्लादेश के साथ सीमा दलदली भूमि और भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों जैसी कठिन भू-भाग जैसी चुनौतियों के कारण आंशिक रूप से बिना बाड़ के बनी हुई है.”
उन्होंने कहा कि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की आपत्तियों, सीमित कार्य मौसम और भूमि अधिग्रहण में देरी की वजह से बाड़ लगाने का काम पूरा नहीं हो पाया. इससे पहले 4 फरवरी, 2025 को नित्यानंद राय ने लोकसभा को बताया था कि सीमा की सुरक्षा के लिए बाड़ लगाना एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है.
