शंकर नगर इलाके के अनुपम नगर के डी-14 में डकैत दोपहर लगभग 2.47 बजे कार से पहुंचे थे। उनके साथ एक महिला भी थी। सभी ने चेहरे ढंक रखे थे। कार में नंबर भी नहीं था। इसके बाद पांचों एक-एक कर घर में प्रवेश किए और घर में मौजूद प्रेमा वेल्लू (71), रजनी वेल्लू (67) और मनोहरा वेल्लू (70) को बंधक बनाकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया है।
HighLights
- चार पुरुष और महिला दोपहर 2.47 बजे घर में घुसे थे।
- डकैतों के पास थी पिस्टल, बिना नंबर की कार से आए।
- बुजुर्ग ने एक वर्ष पहले बेची गई जमीन का पैसा रखा था।
रायपुर। रायपुर में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान शहर के पाश इलाके अनुपम नगर में दिनदहाड़े 60 लाख रुपये की डकैती हुई है। डकैत आर्मी का ड्रेस पहनकर घर में घुसे और तीन बुजुर्गों पर पिस्टल अड़ाकर उन्हें बंधक बना लिया। इसके बाद लाल सलाम बोलकर कहा कि अगर हल्ला किया तो घर को बम से उड़ा देंगे। इसके बाद 20 मिनट के अंदर वारदात कर निकल गए। इस गैंग में एक महिला और चार पुरुष थे। खम्हारडीह थाना और क्राइम ब्रांच की टीम जांच में जुटी हुई है। वहीं शहर में दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तीनों भाई बहन हैं। किसी की शादी नहीं हुई है। इनके पिता आर्मी में थे। कार से उतरने के दौरान डकैत सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं।
चुनाव का दिन इस वजह से चुना
आरोपित बेहद ही शातिर थे। उन्होंने पुलिस से बचने के लिए चुनाव का दिन जानबूझकर चुना था। आर्मी की ड्रेस पुलिस को चकमा देने के लिए पहनी गई थी। चुनाव होने की वजह से पूरे शहर में पुलिस की गाड़ियां घूम रही थीं, लेकिन चौक-चौराहों पर मतदान के दिन यातायात पुलिस नहीं रहती, इस वजह से डकैत बिना नंबर की गाड़ी लेकर आसानी से शहर में प्रवेश कर गए।
एक वर्ष पहले बेची थी जमीन
पीड़ित मनोहरा वेल्लू ने बताया कि एक वर्ष पहले विधानसभा स्थित सकरी में जमीन बेची थी। उसी का पैसा घर में रखा हुआ था। उनका कहना था कि घर में पैसे की कोई आवक नहीं हैं। तीनों भाई-बहन रहते हैं। ऐसे में पैसे की जरूरत पड़ती रहती है, इसी कारण इतने पैसे रखे हुए थे।
परिचितों पर है शक
पुलिस को शक है कि वारदात को अंजाम देने वाले पीड़ितों के जानकार हैं। पैसे होने की जानकारी उनके पास थी। इसी वजह से उन्होंने सीधे उसी घर को निशाना बनाया। घर में कितने सदस्य हैं, इसके बारे में भी उन्हें पता था। रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया गया।
15 सदस्यीय टीम गठित
वारदात के बाद पुलिस की टीम ने तत्काल सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू किया। डकैत कार से उतरते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। आरोपितों को पकड़ने के लिए 15 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। क्राइम और थाने की टीमें भी शामिल हैं। इसकी मानिटरिंग उच्च अधिकारी कर रहे हैं। घटना के बाद डाग स्क्वाड की टीम भी मौके पर पहुंच गई। डाग 500 मीटर तक जिस ओर गाड़ी गई थी, उस ओर गया, इसके बाद वह रुक गया।
सेवानिवृत इंजीनियर हैं मनोहरा
मनोहर सेवानिवृत इंजीनियर हैं। उनकी एक बहन सालेम स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षिका हैं। वहीं दूसरी बहन भी शिक्षिका थीं। घटना के बाद से सब सदमे में हैं।
जैसा पीड़ित मनोहरा वेल्लू ने बताया
- लगभग तीन बजे तीनों घर में बैठे थे। चुनाव को लेकर चर्चा हो रही थी। इस दौरान एक व्यक्ति आर्मी के ड्रेस में घर में आया। इसके बाद एक-एक करके तीन पुरुष और एक महिला ने भी प्रवेश किया।
- कुल पांच थे। महिला ने साड़ी पहन रखी थी। उन सभी के चेहरे बंधे हुए थे। एक ने अपना चेहरा खोलकर कहा कि आपने पुलिस में शिकायत की थी। हम लोग आ गए हैं।
- इसके बाद बंदूक बगल में रख दी और कहा कि हम लोग लाल सलाम से हैं। हल्ला मत करना, नहीं तो पूरे घर को बम से उड़ा देंगे। उसमें से एक ने मेरे चेहरे पर टेप लगा दिया।
- वहीं बहन को महिला ने एक इंजेक्शन लगा दिया, जिससे वह बेहोश होने लगी। उसके गले से चेन छीन लिए। पैसे की मांग करने लगे।
- डर की वजह से आलमारी में रखे पैसे की जानकारी दे दी। इसके बाद वे लोग सारे पैसे लेकर निकल गए और जाते-जाते कहा कि पुलिस को जानकारी दी तो अंजाम बुरा होगा।
- इसके बाद हमने बाहर निकलकर पड़ोसी को इसकी जानकारी दी।