‘मर्ज बढ़ता गया, ज्यों-ज्यों दवा की’ एक शेर का ये मिसरा, आजकल उन मरीजों पर खूब सटीक बैठता है, जिन्हें शुगर कंट्रोल रखने के लिए मुट्ठी भर-भरकर दवा खाने से कोई परहेज नहीं है। बस तमाम दिक्कतें तब याद आने लगती हैं जब बात हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने और रुटीन एक्सरसाइज की आती है।एक वक्त ऐसा भी आता है जब, दवा की जगह ‘इंसुलिन वायल’ लेने की नौबत आ जाती है फिर असर किडनी पर पड़ता है। शुगर का मरीज देखते-देखते लिवर और किडनी का पेशेंट बन जाता है जिदंगी डायलिसिस के सहारे चलने लगती है। जबकि, योगगुरु स्वामी रामदेव से लेकर ‘इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ की ताजा स्टडी ये कहती है कि जीवनशैली में सिर्फ दो बदलाव करके, देश के 58% लोग डायबिटीज के खतरे को टाल सकते हैं। पहला total diet replacement यानि फल-सब्जियां, साबुत अनाज, कम फैट वाले प्रोटीन को शामिल करके ताकि मेटाबॉलिज्म में सुधार हो।
खानपान की शैली में बदलाव के साथ इंटरमिटेंट फास्टिंग है कि नहीं? देश में 14 करोड़ के आस-पास डायबिटिक और करीब 15 करोड़ प्रीडायबिटिक हैं।एक्सरसाइज रोज 40 मिनट और इसमें छूट की कोई गुंजाइश भी नहीं होनी चाहिए और ये सेहतमंद लोगों पर भी उतना ही लागू होता है। तो, सबसे पहले ब्रिस्क वॉक, ठंड-पॉल्यूशन की वजह से नहीं निकल पा रहे हैं तो, घर के अंदर योगिक जॉगिंग कीजिए इससे शुगर 50 गुना तेजी से घटती है। दूसरा स्क्वैट्स, क्योंकि सिर्फ 10 मिनट स्क्वैट्स। मसल्स में ग्लूकोज का इस्तेमाल बढ़ा देता है। तीसरा ‘वॉल सिट’किसी दीवार के सहारे खड़े हो जाएं। पैरों को करीब डेढ़ फीट तक फैला लें। अब सांस को छोड़ते हुए, जितना हो सके कुर्सी की पोजिशन में आने की कोशिश करें। 30 सेकंड से 1 मिनट तक रुकें। एक्सपर्ट की माने तो ये 52% तक शुगर घटा सकता है और इसके साथ आपके गुरु स्वामी रामदेव हों और उनका योग तो फिर शुगर क्या कोई भी बीमारी पास आने से डरेगी।
डायबिटीज के लक्षण – हेडर
- ज़्यादा प्यास लगना
- बार-बार यूरिन आना
- बहुत भूख लगना
- वजन घटना
- चिड़चिड़ापन
- थकान
- कमज़ोरी
- धुंधला दिखना
डायबिटीज से खतरा
- ब्रेन
- आंख
- हार्ट
- लिवर
- किडनी
- ज्वाइंट्स
डायबिटिक्स के साथ हार्ट पेशेंट भी बढ़ें
- शुगर के मरीजों में दिल की बीमारी ज्यादा
- 22% डायबिटिक्स को पड़ रहा दिल का दौरा
- शुगर पेशेंट को हार्ट अटैक का खतरा 4 गुना ज्यादा
ग्लूकोज-इंसुलिन बढ़ने से हार्ट सेल्स को नुकसान
- डायबिटीज से हार्ट अटैक – दिल में कड़ापन-कमजोरी
- क्या है कनेक्शन? हार्ट अटैक का बढ़ता है खतरा
नॉर्मल शुगर लेवल
- खाने से पहले 100 से कम
- खाने के बाद 140 से कम
- प्री-डायबिटीज – हेडर
- खाने से पहले 100-125 mg/dl
- खाने के बाद 140-199 mg/dl
- डायबिटीज
- खाने से पहले 125 से ज्यादा mg/dl
- खाने के बाद 200 से ज्यादा mg/dl
डायबिटीज़ की वजह
- तनाव
- बेवक्त खाना
- जंकफूड
- पानी कम पीना
- वक्त पर न सोना
- वर्कआउट न करना
- मोटापा
- जेनेटिक
सर्दी में शुगर इम्बैलेंस – शुगर रोगी क्या करें?
- सर्दी में डाइट पर खास ध्यान दें
- खुद को गर्म रखें
- हाई कैलोरी फूड से बचें
- वर्कआउट जरूर करें
- आधा घंटा धूप में बैठें
शुगर का इलाज
- हफ्ते में 150 मिनट वर्कआउट
- शुगर का खतरा 60% करता है कम
- रोज़ 20-25 मिनट करें एक्सरसाइज़
शुगर होगी कंट्रोल
- खीरा-करेला-टमाटर का जूस लें
- गिलोय का काढ़ा पीएं
- मंडूकासन- योगमुद्रासन फायदेमंद
- 15 मिनट कपालभाति करें
शुगर होगी कंट्रोल – क्या खाएं
- रोज 1 चम्मच मेथी पाउडर खाएं
- सुबह लहसुन की 2 कली खाएं
- गोभी, करेला लौकी खाएं