आरजी कर अस्पताल के बलात्कार-हत्याकांड मामले में यहां अधीनस्थ अदालत से मुख्य आरोपी संजय रॉय को दोषी ठहराये जाने के बाद मृत चिकित्सक की मां ने शनिवार (18 जनवरी, 2025) को कहा कि वह अब भी अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किये जाने और उन्हें दंडित किए जाने का बाट जोह रही हैं.
अदालत की ओर से रॉय को दोषी ठहराने के बाद मृतका डॉक्टर की मां ने कहा, ‘‘संजय दोषी है, यह बात जैविक साक्ष्यों से साबित हो गयी. वह अदालत में सुनवाई के दौरान चुप रहा, यह भी साबित करता है कि मेरी बेटी को प्रताड़ित करने और उसकी हत्या करने में उसका हाथ था, लेकिन वह अकेला नहीं था, ऐसे और भी लोग हैं जिन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है इसलिए न्याय नहीं मिला ह.’’
‘जीवन के आखिरी दिन तक न्याय के लिए संघर्ष करूंगी’
डॉक्टर की मां ने कहा कि वह और उनके पति अपने जीवन के आखिरी दिन तक न्याय के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे. वह बोलीं, ‘‘यह मामला खत्म नहीं हो गया. यह तभी खत्म होगा जब हमारी बेटी की हत्या में शामिल अन्य लोगों को सजा मिल जायेगी. हम उस दिन का इंतजार करेंगे. उस दिन तक हम सो नहीं पाएंगे. बस अब हम यही हम चाहते हैं.’’
20 जनवरी को सजा सुनाएगी अदालत
सियालदह की अदालत ने सरकारी आजजी कर चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल में एक डॉक्टर की बलात्कार के बाद कर दी गयी हत्या के मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय को दोषी ठहराया है. अतिरिक्त जिला और सेशन जज अनिर्बान दास ने कहा कि अदालत सोमवार को सजा सुनाएगी.
घटना के 162 दिनों बाद आया फैसला
पिछले साल नवंबर में बंद कमरे में सुनवाई शुरू होने के करीब दो महीने बाद इस मामले में फैसला सुनाया गया है. यह फैसला 9 अगस्त, 2024 को अपराध होने के 162 दिन बाद आया है. संजय रॉय को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64 (बलात्कार), 66 और 103(1) के तहत बलात्कार और हत्या का दोषी पाया गया. बाकी दो धाराओं का संबंध मौत और हत्या से है.