नई दिल्ली: साल 2024 अब विदाई ले रहा है और दुनिया अब नए साल 2025 का स्वागत करने के लिए तैयार है। 2024 को खत्म होने में अब कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में अगर पूरे साल भर के घटनाक्रम का अवलोकन करें तो कई चित्र सामने उभरते हैं। कुछ घटनाओं ने जहां देश दुनिया को एक नई शक्ति और प्रेरणा दी तो वहीं कुछ घटनाएं दुखदायी भी रहीं। इसी क्रम में आज हम भारतीय राजनीति में विवादास्पद बयानों की चर्चा करेंगे। इस आलेख में हम विभिन्न दलों के उन नेताओं के बयानों को जिक्र करेंगे, जिसे लेकर सियासत में काफी बवाल हुआ।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी तुलना तैमूर लंग से की। खरगे ने कहा कि 400 पार का नारा देने वाले मोदी की सरकार जदयू और टीडीपी की बैसाखियों पर टिकी है। इसके बाद खरगे ने पीएम मोदी को झूठों का सरदार भी कहा। खरगे के इस बयान पर भी काफी बवाल मचा।
लालू प्रसाद
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं। 2024 में भी उन्होंने विवादित बयान दिए। हाल में उन्होंने नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर तंज कसा। लालू प्रसाद यादव ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा कि नीतीश कुमार आंखें सेंकने जा रहे हैं। इस पर जेडीयू और बीजेपी की ओर से लालू पर पलटवार किया गया। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले तो लगता था कि लालू जी शारीरिक रूप से ही सिर्फ बीमार हैं, लेकिन अब वो मानसिक रूप से भी बीमार हो गए हैं। उन्हें इलाज की जरूरत है।नीतीश कुमार के खिलाफ उनका बयान अत्यंत ही घृणित और शर्मनाक है।
राहुल गांधी
राहुल अपनी विदेश यात्रा के दौरान कुछ न कुछ ऐसा बयान देते हैं जिससे देश में सियासी हलचल मचती है। वाशिंगटन में उन्होंने ऑडियंस में मौजूद एक सिख से उसका नाम पूछा, उसने जवाब दिया भालेंदर सिंह। इसके बाद राहुल कहते हैं, ‘(भारत में) लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है’ यह सतही है’ लड़ाई इस बारे में है कि क्या उन्हें (भालेंदर) एक सिख के रूप में भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी, भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी, या गुरुद्वारे में जाने की अनुमति दी जाएगी, यही लड़ाई है, और सिर्फ उनके लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए… लड़ाई इस बारे में है कि हम किस तरह का भारत चाहते हैं।’