बिलासपुर। नियमित ट्रेनों में भीड़ का दबाव और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे लगातार स्पेशल ट्रेन चला रही है, ताकि प्रयागराज तक पहुंचने में किसी तरह की दिक्कत न हो। इसी के तहत बुधवार को दुर्ग से कटनी के मध्य एक स्पेशल ट्रेन रात 11:15 बजे रवाना हुई।
30 जनवरी को भी इस ट्रेन की सुविधा यात्रियों को मिलेगी। वहीं, 30 व 31 जनवरी को शहडोल-कटनी-चिरमिरी के मध्य में एक और कुंभ स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया गया। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में स्नान को जाने एवं वापस आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का रेलवे भी ख्याल रख रही है।
प्रयागराज स्टेशन में अत्यधिक भीड़ है। इसलिए रेलवे ने वहां तक पहुंचाने के लिए वैकिल्पिक व्यवस्था भी की है। इसी के तहत ही रात 11 बजे दुर्ग से कटनी के लिए रेलवे ने एक अनारक्षित कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाई। यह ट्रेन कटनी पहुंचने के बाद लगभग एक घंटे बाद कटनी से वापस दुर्ग के लिए छूटेगी।
इसी तरह शहडोल स्टेशन से भी 19.00 बजे कटनी के लिए एक कुंभ स्पेशल मेमू ट्रेन प्रस्थान करेगी एवं कटनी से वापसी में चिरमिरी तक जाएगी। इन ट्रेनों के माध्यम से यात्रियों के प्रयागराज पहुंचने का रास्ता भी आसान हुआ है।
कुंभ मेले के कारण सारनाथ एक्सप्रेस का बदला रास्ता
कुंभ मेले के चलते गाड़ी संख्या 15159 छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तित किया गया है। अब यह ट्रेन प्रयागराज स्टेशन के बजाय प्रयागराज छिवकी से होकर चलेगी। यह ट्रेन 29 और 30 जनवरी और तीन व चार फरवरी 2025 को छपरा से छह घंटे की देरी से रवाना होगी।
यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी यात्रा से पहले रेलवे की आधिकारिक जानकारी प्राप्त करें और समय परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाएं।
एक नजर ट्रेन के चलने के समय पर
इस ट्रेन का परिचालन समय में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर निर्धारित किया गया। ट्रेन दुर्ग से 23:15 बजे छूटकर 23:50 बजे रायपुर और 1:55 बजे उसलापुर रेलवे स्टेशन पहुंची। कटनी पहुंचने का समय सुबह नौ बजे निर्धारित किया गया है।
वापसी में यह ट्रेन 9:30 बजे कटनी से रवाना होगी और 15:45 बजे उसलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। दूसरे दिन 30 जनवरी को इसी समय पर ट्रेन का परिचालन होगा।
रिजर्वेशन की झंझट नहीं, जनरल टिकट से यात्रा
इस ट्रेन की सबसे विशेषता यह है कि इसकी सभी 13 बाेगियां अनारक्षित है। इस वजह से यात्रियों को इस ट्रेन में सफर करने के लिए रिजर्वेशन कराने की झंझट ही नहीं थी। यात्री सीधे जनरल टिकट लेकर ट्रेन में बैठते गए।